Monday, April 27, 2015

भारत - आकार और स्थिति तथा भौतिक स्वरूप

Ø कर्क रेखा निम्न राज्यों से होकर गुजरती है –
1.      गुजरात
2.      मध्यप्रदेश
3.      छत्तीसगढ़
4.      झारखंड
5.      पश्चिम बंगाल
6.      मिजोरम
Ø भारत का सबसे दक्षिणी बिंदु इंदिरा पव्वाइंट है जो 2004 की सुनामी में जल मग्न हो गया था ।
Ø भारत की स्थिति -
·        8° 4' उत्तरी अक्षांश से 37°6' उत्तरी अक्षांश
·        68°7' पूर्वी अक्षांश से 97°25' पूर्व अक्षांश
·        कर्क रेखा 23°30' उत्तर पर भारत को दो भाग में बाटती है ।
·        भारत विश्व का 7वाँ सबसे बड़ा देश है ।
·        भारत का क्षेत्रफल 32.8 लाख वर्ग किमी है ।
·        भारत की स्थल सीमा रेखा 15200 किमी है ।
·        भारत की समुद्री सीमा रेखा 7516.6 किमी है । (अंडमान और निकोबार द्वीप समूह तथा लक्षद्वीप सहित)
·         82°30' पूर्व देशांतर (मिर्जापुर, उत्तर प्रदेश स्थित) को भारत का मानक याम्योत्तर माना जाता है ।
·        भारत के उत्तर से दक्षिण तक की लंबाई 3214 किमी है ।
·        भारत के पूर्व से पश्चिम तक की लंबाई 2933 किमी है ।
Ø भारत तथा विश्व –
·        भारत के पड़ोसी देश -
o   भारत की थल सीमाएं निम्न देशों के साथ है -
1.      चीन (तिब्बत)
2.      पाकिस्तान
3.      नेपाल
4.      भूटान
5.      म्यांमार
6.      बांग्लादेश
o   भारत की समुद्री सीमाएँ निम्न देशों के साथ है –
1.      श्रीलंका  (पाक जलसंधि और मन्नार की खाड़ी)
2.      मालदीव (लक्षद्वीप समूह के दक्षिण में 8° channel द्वारा)

भारत का भौतिक स्वरूप

Ø भारत की भौगोलिक आकृतियों को निम्नलिखित वर्गों में विभाजित किया जा सकता है –
1.      हिमालय पर्वत श्रृंखला
2.      उत्तरी मैदान
3.      भारतीय मरूस्थल
4.      प्रायाद्वीपीय पठार
5.      तटीय मैदान
6.      द्वीप समूह
Ø हिमालय –
·        हिमालय पर्वत श्रृंखला की लंबाई 2400 किमी है तथा इसकी चौड़ाई कश्मीर में 400 किमी तथा अरुणाचल में 150 किमी है ।
·         



Ø उत्तरी मैदान –
·        उत्तरी मैदान मुख्यतः गंगा, सिंधु और ब्रह्यपुत्र तथा इनकी सहायक नदियों द्वारा लायी गयी जलोढ़ मृदा से बना है ।
·        इसका क्षेत्रफल 7 लाख वर्ग किमी है ।
·        इसकी लंबाई 2400 किमी एवं चौड़ाई 240 से 320 किमी तक है ।
Ø प्रायाद्वीपीय पठार –
·        प्रायाद्वीपीय पठार पुराने क्रिस्टलीय, आग्नेय तथा रूपांतरित शैलों से बना है ।
·        इस पठार के दो मुख्य भाग है –  1. मध्य उच्चभूमि (नर्मदा नदी के उत्तर में)   2. दक्कन का पठार (नर्मदा नदी के दक्षिण में)
·        प्रायाद्वीपीय पठार में मुख्यतः काली मृदा पायी जाती है जिसे दक्कन ट्रैप के नाम से भी जाना जाता है ।
Ø भारतीय मरुस्थल - 
·        अरावली पहाड़ी के पश्चिम में थार का मरुस्थल स्थित है ।
·        इस क्षेत्र में प्रति वर्ष 150 मिमी से भी कम वर्षा होती है ।
·        लूनी इस क्षेत्र की सबसे बड़ी नदी जो मरूस्थल में ही विलीन हो जाती है ।
Ø तटीय मैदान –
·        तटीय मैदान पश्चिमी तट, पूर्वी तट तथा अरब सागर के बीच का संकीर्ण मैदान है ।
·        तटों की स्थिती –
पश्चिमी तट
पूर्वी तट
उत्तरी भाग – कोंकण तट
उत्तरी भाग – उत्तरी सरकार
मध्य भाग – कन्नड मैदान
दक्षिणी भाग – कोरोमंडल तट
दक्षिणी भाग – मालाबार तट

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